रूस आर्कटिक के माध्यम से व्यापार के नए रास्ते खोल रहा है
2022 के प्रतिबंधों के बाद रूसी जहाज़ों के लिए यूरोपीय बंदरगाह बंद होने लगे। इस लिहाज़ से देश के लिए उत्तरी समुद्री मार्ग का काफी महत्व है। उत्तरी समुद्री मार्ग उत्तरी यूरोप से एशियाई प्रशांत महासागर तट तक 8,700 मील लम्बा है, जिसे दो भागों में बांटा गया है – पश्चिमी और पूर्वी। पूर्वी मार्ग का अब तक नेविगेशन के लिए बहुत कम इस्तेमाल किया गया है। साल के ज़्यादातर समय उत्तरी समुद्री मार्ग बर्फ से ढका रहता है, लेकिन मुख्य रूसी गैस और तेल भंडार आर्कटिक में ही स्थित हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तरी समुद्री मार्ग पर लिक्वीफायिंग गैस के लिए उत्पादन केंद्र बनाना और एशिया में इसे शिपमेंट के लिए गैस कैरियर पर रीलोड करना ज़रूरी है। उत्तरी मार्ग के विकास के लिए आइसब्रेकर जहाज़ की आवश्यकता है। ये दिशा अब सक्रिय रूप से विकसित हो रही है, नए परमाणु शक्ति वाले जहाज़ों को परिचालन में लाया जा रहा है। आइसब्रेकर के पिछले मॉडल अधिकतम 89 इंच बर्फ को ही काट सकते थे, जबकि नए आइसब्रेकर 118 इंच मोटी बर्फ को काट सकते हैं। ये फिल्म रूसी आइसब्रेकर के नाविकों, उनकी कड़ी मेहनत और आर्कटिक के विकास को समर्पित है।