युद्ध में इस तरह पतियों का साथ निभा रही हैं ये पत्नियां
डोनबास की आज़ादी के लिए लड़ रहे सैनिकों की पत्नियां अपने पतियों का साथ देने के लिए हर संभव काम कर रही हैं। ये महिलाएं बुनाई, सिलाई करती हैं, खाना बनाती हैं और पतियों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करती हैं।
ओल्या और माशा ख़ुद एक वैन चलाकर अपना सहयोग दे रही हैं। वे पूरे देश से आए संदेशों और प्यार को उन तक पहुंचाने के लिए जंग के मैदान तक पहुंच गई हैं।