लूटी हुई विरासतें देख रही घर वापसी की राह
भारत पर औपनिवेशिक शासन के दौरान अंग्रेजों ने यहां से लाखों अमूल्य कलाकृतियां और ऐतिहासिक विरासत लूटी, जो आज भी ब्रिटिश संग्रहालयों और निजी संग्रहों की शोभा बढ़ा रही हैं। इनमें से कई विरासतों को वापस अपनी असली जगह पहुंचाने की कोशिशें की जा रही हैं। भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक जरत चोपड़ा मुल्तान के शासक दीवान मूलराज के वंशज हैं, जो अपने पूर्वजों की तलवार को भारत वापस लाने के अवसर तलाश रहे हैं। इस तलवार को साल 1849 में ब्रिटिश अधिकारी विलियम व्हिश ने युद्ध के दौरान लूटा था।
इसी तरह चुराई गई कलाकृतियों और सांस्कृतिक खजानों को ब्रिटिश संग्रहालयों द्वारा वापस लौटाने की जिम्मेदारी पर एक बहस छिड़ गई है।