भूमिगत अजूबा और यूरोप का सबसे बड़ा सबवे
मॉस्को मेट्रो न सिर्फ दुनिया की सबसे बेहतरीन वास्तुकला के लिए मशहूर है, बल्कि ये तकनीकी रूप से भी काफी मज़बूत है। हाल की विस्तार योजनाओं की वजह से, मॉस्को मेट्रो के ट्रैक अब 400 किलोमीटर से भी ज़्यादा हैं, जिससे ये सबवे यूरोप में सबसे बड़ा है। RT के पत्रकार एरिक फोंसेका ज़राते ने मॉस्को मेट्रो का दौरा किया और ये जाना कि नए टनल कैसे बनते हैं, नए स्टेशनों का निर्माण कैसे होता है, हर एक स्टेशन को एक अलग पहचान देने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती है और मॉस्को वासियों को इसमें सबसे ज़्यादा क्या पसंद है।
मॉस्को मेट्रो की शुरूआत साल 1935 में सिर्फ एक लाइन से हुई थी, तब इसकी लंबाई महज़ 11 किलोमीटर थी। लेकिन आज इसमें 14 लाइनें हैं, जिनमें से 3 सर्किल लाइनें हैं और बाहरी रिंग का निर्माण चल रहा है। रोज़ाना मॉस्को मेट्रो में 90 लाख लोग सफर करते हैं और मॉस्को में ये सफर करने का सबसे कारगर तरीका है। रूसी राजधानी के एक कोने से दूसरे कोने तक जाने के लिए और शहर के ट्रैफिक से बचने के लिए, इससे अच्छा तरीका और कोई नहीं।
इस अनोखे एडवेंचर के दौरान एरिक कई आश्चर्यजनक लोगों से मिले। मॉस्को मेट्रो में हुई अनोखी मैराथन के विजेता को उन्होंने चुनौती दी और साथ ही एक महिला मेट्रो ड्राइवर से लिफ्ट भी ली। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहे मॉस्को मेट्रो के अपने स्पाइडर-मैन से भी एरिक की मुलाकात हुई।