डोनबास के संघर्ष का इतिहास
लगभग सात साल हुए जब अमेरिका से प्रेरित तख्तापलट ने यूक्रेन को विभाजित किया और देश के पूर्व में युद्ध छिड़ गया। रूस की सीमा के बगल में दोनेत्सक और लुगांस्क रिपब्लिक को सामूहिक रूप से डोनबास के नाम से जाना जाता है, जो कि एक कोयला-खनन औद्योगिक केंद्र है। दोनों ने 2014 में कीव से आज़ादी की घोषणा की।
यूक्रेन के ज़्यादातर क्षेत्रों में रूसी मूल भाषा होने के बावजूद, कीव ने रूसी भाषा को रोजमर्रा की ज़िंदगी से बाहर कर दिया और इसके उपयोग को सीमित करने का प्रयास किया। इसे डोनबास के लोग 'रूसी भाषी आबादी का नरसंहार' कहते हैं।
गोलीबारी चलती रही, लोग मरते रहे पर पश्चिमी मीडिया चुप रहा। डोनबास में अनेक सामूहिक कब्रें हैं, जहां से नागरिकों के शव नियमित रूप से निकाले जाते हैं। UN के अनुसार, संघर्ष में 13,000 से ज़्यादा लोग मारे गए।
हमारी डॉक्यूमेंट्री फिल्म "डोनबास: अतीत, वर्तमान और भविष्य" उन घटनाओं पर एक नज़र डालती है जो 2014 में संकट की शुरूआत से पहले हुई थीं। इतिहासकार और पत्रकार संघर्ष, इसके इतिहास और वजहों पर अपने विचार साझा करते हैं, जबकि दोनेत्सक और लुगांस्क क्षेत्रों के सामान्य नागरिक युद्ध की भयानक तस्वीर दिखाते हैं।