डोनबास के अनाथ बच्चों ने पाया रूस में दूसरा घर: एक बेहतर भविष्य की ओर
लीदिया कोवाल्योवा एक अनाथालय में पली बढ़ीं। उनका बचपन मुश्किलों में गुज़रा, लेकिन उन्होंने अपने रास्ते में आने वाली सभी चुनौतियों का डट कर सामना किया। वो चाहती हैं कि जैसा बचपन उन्हें देखना पड़ा वैसा किसी और बच्चे को न देखना पड़े और इसके लिए वो सब करने को तैयार हैं जो उनके बस में है। जैसे-जैसे लीदिया बड़ी हुईं, उन्होंने अपनी इस इच्छा को पूरा करना शुरू कर दिया और 2023 तक उन्होंने 23 बच्चों को गोद लिया। ये पूरा परिवार दोनेत्स्क में एक साथ खुशी से रह रहा था। जब यूक्रेनी राष्ट्रवादियों ने शहर पर बमबारी और नागरिकों पर गोलाबारी करनी शुरू कर दी, तब लीदिया को सभी बच्चों की सुरक्षा के लिए तुरंत एक नए घर की तलाश शुरू करनी पड़ी। उन्होंने रूस के एक व्यापारी से मदद मांगी जिन्होंने अपने ऑफ़िस को एक आरामदायक घर में बदल दिया जहां ये परिवार सुरक्षित रूप से रह सके। पश्चिमी मीडिया के मुताबिक इन बच्चों को ज़बरदस्ती रूस ले जाया जा रहा है। क्या ये सच है, या एक बेतुका आरोप? सच्चाई जानने के लिए, देखिए ये खास डॉक्यूमेंट्री।